वेबसाइट नहीं तो बिज़नस नहीं। सरल भाषा में जानिए  सारी जानकारी। No Website No Business..Know all the information in simple language in 7 points.

वेबसाइट किसे कहते है है? सरल भाषा में जानिए सारी जानकारी। What is a website? Know all the information in simple language.

Website इंटरनेट पर एक ऐसी जगह है जहाँ आप अपने बारे में, अपने व्यवसाय के बारे में या अपने पसंदीदा विषयों के बारे में आसानी से जानकारी पोस्ट कर सकते हैं और आप यह भी कह सकते हैं कि आप दूसरों के बारे में, उनके पसंदीदा विचारों या व्यवसाय के बारे में आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। 

वेबसाइटें कई उद्देश्यों की पूर्ति करती हैं जैसे खरीदारी, मनोरंजन, ज्ञान, समाचार, पोर्टफोलियो आदि। ऐसे कई अन्य विषय हैं जिनके लिए अलग-अलग वेबसाइट बनाई जाती हैं। 

किसी भी Website तक पहुँचने के लिए, एक वेब ब्राउज़र वाला डिवाइस होना चाहिए जैसे कि स्मार्टफोन, टैबलेट, कंप्यूटर या लैपटॉप जिसमें इंटरनेट हो।

Website एक ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जिस पर किसी विषय, व्यवसाय, व्यक्ति या ग्रुप की सभी छोटी-बड़ी जानकारियाँ उपलब्ध होती हैं।

वेबसाइट का इतिहास website history

History Of Website Website Ka Itihas

पहली Website 6 अगस्त, 1991 को लाइव हुई थी।

इसे ब्रिटिश कंप्यूटर वैज्ञानिक टिम बर्नर्स-ली ने CERN, +यूरोपीय परमाणु अनुसंधान संगठन में काम करते समय बनाया था, यह वर्ल्ड वाइड वेब प्रोजेक्ट को ही समर्पित थी।

जिसका URL http://info.cern.ch था और इसे  टिम बर्नर्स-ली के NeXT कंप्यूटर पर होस्ट किया गया था।

आपके लिए क्या बेहतर है? वेबसाइट या सोशल मीडिया What is better for you? Website or social media

website and social media

आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया काफ़ी लोकप्रिय है, तो क्या अब भी अपनी Website बनाना ज़रूरी है? आइए जानते है। 

सोशल मीडिया के फायदे

बिना किसी विशेष तकनीकी ज्ञान के सोशल मीडिया का उपयोग करना आसान है।

सोशल मीडिया पर कम समय में अधिक लोगों तक पंहुचा जा सकता है।  

सोशल मीडिया पर विज्ञापन देने की लागत कम होती है।

सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाना आमतौर पर निःशुल्क होता है।

सोशल मीडिया के नुकसान:

प्लेटफ़ॉर्म के डिज़ाइन पर सीमित नियंत्रण होता है। अपनी ज़रूरतों के हिसाब से ज़्यादा बदलाव नहीं कर सकते।

हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का अपना एल्गोरिदम होता है जो आपको किसी भी समय बाहर निकाल सकता है या प्रतिबंधित कर सकता है।

Note – सोशल मीडिया एल्गोरिदम नियमों का एक समूह है जो यह निर्धारित करता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपयोगकर्ताओं को कौन सी सामग्री दिखाई जाएगी।

सामग्री का जीवनकाल छोटा होता है, क्योंकि जब नई पोस्ट टॉप पर आती हैं तो पुरानी पोस्ट तुरंत दब जाती हैं या नीचे धकेल दी जाती हैं।

सरकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी नजर रख रही है और अगर वह चाहे तो कभी भी अपने देश में इन पर प्रतिबंध लगा सकती है।

कुछ साल पहले भारत सरकार ने देश में टिकटॉक समेत कई ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिन पर आम लोगों के साथ-साथ सेलिब्रिटीज के भी प्रोफाइल अकाउंट थे और तब तक उनके लाखों फॉलोअर्स भी हो चुके थे।

एक संयुक्त दृष्टिकोण A combined approach:

आज के डिजिटल युग में लगभग सभी कंपनियां अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचने और उन्हें अपनी Website पर लाने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग करती हैं।

अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए आपको सोशल मीडिया से शुरुआत करनी चाहिए और जब आपकी ज़रूरतें बढ़ें तो Website में इन्वेस्ट करना चाहिए, इस तरह आप दोनों प्लेटफार्मों की ताकत का लाभ उठा सकते हैं।

सोशल मीडिया अधिक लोगों तक शीघ्रता से पहुंचने में मदद करता है और Website ब्रांड बनाने में मदद करती है। 

वेबसाइट के फायदे Benefits of the website

वेबसाइट के फायदे Benefits of the website

Website व्यवसाय को ग्लोबल ऑडियंस  तक पहुंच प्रदान करती  है। 

Website व्यवसाय का प्रतिनिधित्व करती है और आपके Visitors को आपके बारे में जानने का अवसर देती है।

Website आपके लिए हर समय आपकी मार्केटिंग में लगी रहती है।

Website उपयोगकर्ताओं को 24 घंटे जानकारी और सेवाएं प्रदान करती है। 

पारम्परिक एडवरटाइजिंग की तुलना में Website आपके उत्पादों या सेवाओं की मार्केटिंग का खर्चा कम कर देती है।

आजकल लगभग हर क्षेत्र में कॉम्पिटिशन है, कहीं कम है तो कहीं ज्यादा। ऐसे में अपने क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए और अपनी पहचान बनाने के लिए आपके पास एक Website का होना बहुतही ज्यादा जरूरी है।

Website ऑनलाइन बिक्री की सुविधा प्रदान करती है, जिससे आपके ग्राहकों की संख्या बढ़ती है।

Website ग्राहकों के साथ आसान संचार के लिए एक मंच प्रदान करती है।

एक Website आपको अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और संभावित ग्राहकों को यह बताने का अवसर देती है कि आप कौन हैं, आप क्या करते हैं और उन्हें आपके साथ व्यापार क्यों करना चाहिए।

Website एक प्रभावी मार्केटिंग उपकरण है जो आपके उत्पादों या सेवाओं को बढ़ावा देने, नए ग्राहकों को आकर्षित करने और मौजूदा ग्राहकों से जुड़े रखने में आपकी मदद करता है।

एक Website आपको अपना काम प्रदर्शित करने देती है और आपके व्यक्तिगत ब्रांड को बनती है चाहे आप कलाकार, फ्रीलांसर फ़ोटोग्राफ़र या किसी विषय के विशेषज्ञ हों।

समान विचारधारा वाले व्यक्तियों, संभावित सहयोगियों या यहाँ तक कि दोस्तों के साथ नेटवर्किंग के लिए Website एक प्लेटफ़ॉर्म के रूप में काम कर सकती हैं।

Website जानकारी साझा करने का एक सुविधाजनक तरीका प्रदान करती हैं, चाहे वह जानकारी ईवेंट, व्यक्तिगत प्रोजेक्ट या सूचनात्मक सामग्री से संबंधित हो।

Website का उपयोग शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे अनुसंधान मतलब रिसर्च , शैक्षिक परियोजनाओं को साझा करना, या ऑनलाइन कौर्स बनाना।

उत्साही लोग अपने शौक से संबंधित परियोजनाएँ साझा कर सकते हैं, जैसे कि खाना बनाना, बागवानी करना या गेमिंग करना।

Website बनाकर कोई भी व्यक्ति  महत्वपूर्ण जीवन की घटनाओं, यात्राओं और उपलब्धियों के दस्तावेज पदर्शित कर सकता हैं, जिससे भविष्य में पीढ़ियों के लिए यादें सुरक्षित रहती हैं।

Website के माध्यम से लेखक, संगीतकार और अन्य रचनात्मक लोग अपने काम को सीधे दर्शकों के सामने प्रदर्शित कर सकते हैं, फीडबैक प्राप्त कर सकते हैं और प्रशंसक आधार बना सकते हैं।

यदि आपके पास कोई Website है, तो आप Website के मालिक कहलाते हैं और आपका उस पर पूरा नियंत्रण रहता है, भले ही आप किसी Website बनाने वाली कंपनी से बनवाएं।

आप अपनी Website पर अन्य कंपनियों के विज्ञापन लगाकर या अन्य कंपनियों के उत्पाद बेचकर बहुत सारा पैसा कमा सकते हैं, लेकिन इसके लिए आपको इससे संबंधित तकनीकी ज्ञान सीखना पड़ता।

वेबसाइट न बनाने के नुकसान Disadvantages of not creating a website मतलब यदि आप वेबसाइट नहीं बनाएंगे तो क्या हो जायेगा?

Google Search वेबसाइट न बनाने के नुकसान Disadvantages of not creating a website मतलब यदि आप वेबसाइट नहीं बनाएंगे तो क्या हो जाये गा?

Website बनाने और उसे बनाए रखने के लिए आपको तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता होती है और इसमें पैसा और समय दोनों ही खर्च होते हैं।

और अगर आपके पास Website बनाने का तकनीकी ज्ञान नहीं है या आपके पास सीखने का समय नहीं है क्योंकि आपके पास करने के लिए बहुत सारे अन्य काम हैं, तो आपको वेबसाइट बनाने वाली कंपनी से वेबसाइट बनवानी होगी, फिर उसमें भी अतिरिक्त पैसे खर्च होंगे।

Website के बिना आप ऑनलाइन बड़ी संख्या में दर्शकों और संभावित ग्राहकों  तक पहुंचने का अवसर खो देते हैं। संभावित ग्राहक मतलब आने वाले समय में जो लोग आपके ग्राहक बन सकते है।

यदि आपके प्रतिस्पर्धियों मतलब Competitors के पास Website है और आपके पास नहीं है, तो आप संभावित ग्राहकों को खो सकते हैं, क्योंकि आजकल अधिकांश लोग किसी भी उत्पाद या सेवा को खरीदने से पहले गूगल पर ऑनलाइन खोजना पसंद करते हैं।

संभावित ग्राहक आपको ऑनलाइन नहीं ढूँढ़ पाते हैं, तो वे आपके प्रतिस्पर्धियों को चुन सकते हैं जिनके पास वेबसाइट है। 

Website के बिना, अपने व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करना लगभग असंभव है।

आज के डिजिटल युग में, बिना Website के आप खुद को या अपने व्यवसाय यानी उत्पादों या सेवाओं को ब्रांड नहीं बना सकते।

वेबसाइट के प्रकार Types of website

TYPES OF WEBSITES

Website कई तरह की होती हैं।  प्रत्येक प्रकार की वेबसाइट को एक विशिष्ट दर्शक वर्ग और उद्देश्य को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया जाता है।

1, Business websites:

Corporate sites: किसी कंपनी और उसके ब्रांड का ऑनलाइन प्रतिनिधित्व करने वाली Websiteको  कॉर्पोरेट वेबसाइट कहते है।

Example – Applesamsungcolgatesony 

E-commerce sites: जहां उत्पाद ऑनलाइन खरीदे और बेचे जाते हैं। Example – amazonflipkart,  jiomart 

2, Educational websites:

E-learning sites: जहां ऑनलाइन पाठ्यक्रम और शैक्षिक सामग्री उपलब्ध कराई जाती है। example – courserakhan academy

School/university sites: जहां शैक्षणिक संस्थानों के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है। example – IIT BombayUniversity of Delhi, Indian Institute of Science (IISc) BangaloreIndian School of Business (ISB)University of CalcuttaJNU, IIT Delhi

3, Personal Websites:

Blogs sites: जहाँ विभिन्न विषयों पर टिप्पणियाँ की जाती हैं या व्यक्तिगत पत्रिकाएँ प्रस्तुत की जाती हैं। example – labnolmagic oven

Portfolio sites: जहां किसी व्यक्ति का काम जैसे कलाफोटोग्राफी या वाणिज्यिक परियोजनाएं ऑनलाइन प्रदर्शित की जाती हैं। Kulture ShopRahul Gonsalves,  Anagram Architects 

4. Entertainment Websites

Gaming Sitesजहां किसी खेल के बारे में ऑनलाइन जानकारी दी जाती है, खेल सम्बंधित प्रोडक्ट और सेवाएं बेचीं जाती है  या ऑनलाइन वीडियो गेम खेला जाता है।  example – IGLMy11Circle Razer Game Store India. Crazy games

Streaming sites: जहां फिल्में, टीवी शो और संगीत आदि दिखाए जाते हैं।  example –  sonylivnetflixjiotv

5, News Websites: 

जहाँ वर्तमान समाचार और लेख उपलब्ध होता  हैं। example – aajtakzeenewsdainik bhaskar,

6, Social Media Websites: 

जहां कोई भी अपना प्रोफ़ाइल बना सकता है और सामग्री साझा कर सकता है। example – facebookinstagram,

ये तो कुछ उदाहरण मात्र हैं, इसके अलावा भी विभिन्न उद्देश्यों और दर्शकों के लिए अनेको अनेक प्रकार की वेबसाइटें उपलब्ध हैं।

वेबसाइट नहीं तो बिज़नेस नहीं No Website No Business

अब आप जान चुके हैं कि आपकी अपनी Website होनी चाहिए, वेबसाइट बनाना सीखना चाहिए या किसी वेबसाइट बनाने वाली कंपनी से वेबसाइट बनवानी चाहिए।

एक सफल Website एक बार की परियोजना नहीं है – इसके लिए नियमित अपडेट और रखरखाव की आवश्यकता होती है। साथ ही अपनी सामग्री को ताज़ा रखना बहुत ही ज्यादा जरुरी होता है।

Website कैसे बनाते हैं यह सीखने के लिए आपको डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स करना होगा। आइये जानते हैं कौन सा डिजिटल मार्केटिंग कोर्स सबसे अच्छा है।

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स सरल हिंदी भाषा में Digital Marketing Course In Simple Hindi Language

अब आपके मन में कई सवाल आ रहे होंगे। जैसे कैसे सीखें? कहाँ सीखें? सीखना कितना मुश्किल है? सीखना कितना महंगा है? सीखने से हमें क्या मिलेगा? क्या करें?और भी ढेर सारे सवाल।

डिजिटल मार्केटिंग सरल हिंदी भाषा में बेसिक से मतलब शुरू से सीखिए।

अब समय है एक बढ़िया डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करने का।

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अगर आपको कंप्यूटर चलाना नहीं आता है तो भी आप आसानी से यह कोर्स कर सकते हैं। इस कोर्स को करके आप अपने ऑफलाइन बिजनेस को सिर्फ 30 दिनों में ऑनलाइन ले जा सकते हैं और अपने बिजनेस को भी 10 गुना बढ़ा सकते हैं।

अगर आपका कोई बिजनेस नहीं है, आप स्टूडेंट हैं, किसी भी उम्र के हैं, किसी विषय का विशेष ज्ञान रखते हैं या आपको कोई ज्ञान नहीं है और आप ढेर सारा पैसा कमाना चाहते हैं तो आप डिजिटल मार्केटिंग सीखकर और दूसरों को सिखाकर या दूसरों के लिए डिजिटल मार्केटिंग करके या आपको किसी विषय का विशेष ज्ञान है, तो उस ज्ञान को डिजिटल मार्केटिंग के जरिए लोगों तक पहुंचाकर आसानी से कम से कम 30.000 से 50.000 रुपए महीना कमा सकते हैं।

इस कोर्स का नाम है – लोकनीति। इस कोर्स में क्या क्या सिखाया जायेगा। आएये जानते है।

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